पंजाब के तरनतारन जिले के रहने वाले 23 साल के युवा ने गणतंत्र दिवस के दिन किसान आंदोलनकारियों के साथ लाल किले की प्राचीर पर चढ़कर केसरिया ध्वज फहराया था। वह तभी से गायब है।
हाइलाइट्स:
- पंजाब के तरनतारन जिले में रहने वाला जुगराज सिंह अभी भी अपने गांव वान तारा सिंह नहीं लौटा है
- यह वही युवा है जिसने 26 जनवरी को लाल किले की प्राचीर पर चढ़कर सिखों का धार्मिक ध्वज ‘निशान साहिब’ फहराया था
- उसके माता-पिता भी पुलिस ऐक्शन के डर से अगले ही दिन गांव छोड़कर चले गए थे, गांव में केवल उसके दादा-दादी हैं |
युद्धवीर राणा, तरनतारन
पंजाब के तरनतारन जिले में रहने वाला जुगराज सिंह अभी भी अपने गांव वान तारा सिंह नहीं लौटा है। यह वही युवा है जिसने 26 जनवरी को लाल किले की प्राचीर पर चढ़कर सिखों का धार्मिक ध्वज ‘निशान साहिब’ फहराया था। उसके माता-पिता भी पुलिस ऐक्शन के डर से अगले ही दिन गांव छोड़कर चले गए थे।
जुगराज सिंह के गांव के रहने वाले जगजीत सिंह ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘न तो जुगराज वापस लौटा है और न ही किसी को यह पता है कि उसके माता-पिता बुधवार के बाद से कहां हैं। पुलिसवाले यहां कई बार आए लेकिन उन्हें केवल जुगराज सिंह के दादा-दादी ही मिले हैं।’