नीट साल में एक या दो बार कराने पर कोई फैसला नहीं, अगले हफ्ते फिर होगी बैठक

0
308

नई दिल्ली,  मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश से जुड़ी नीट (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की मौजूदगी में सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस दौरान परीक्षा को साल में एक बार या फिर दो बार कराने के विकल्पों पर भी चर्चा हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका। फिलहाल इसे लेकर अगले हफ्ते दोनों के बीच फिर से बैठक होगी।

मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इस बीच एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने परीक्षा को साल में एक बार या दो बार कराने को लेकर एक प्रजेंटेशन भी दिया। इसमें बताया गया है कि यदि यह परीक्षा पहले की तरह लिखित रूप में होती है तो साल में एक बार ही संभव है। लेकिन यदि इसे साल में दो बार आयोजित करना है, तो इसे कंप्यूटर आधारित करना होगा। फिलहाल दोनों मंत्रालयों ने इस पर और विचार करने के लिए समय मांगा है। बता दें कि देशभर में नीट का आयोजन एनटीए ही करता है। इसके साथ ही शिक्षा मंत्री निशंक ने नीट की तारीखों के जल्द एलान करने की भी बात रखी, जिस पर डॉक्टर हर्षवर्धन ने भी अपनी सहमति दी।

गौरतलब है कि छात्रों की मांग को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय जेईई मेंस की तरह नीट को लेकर भी छात्रों को ज्यादा विकल्प देने के पक्ष में है। हालांकि, इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की सहमति जरूरी है। इसे लेकर दोनों विभागों के मंत्रियों की अगुआई में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है, जिन्हें इस पर तय समय सीमा के भीतर निर्णय लेना है। फिलहाल इस साल के कोरोना संकट को छोड़ दें, तो नीट का आयोजन हर साल मई के पहले रविवार को देशभर में किया जाता है। इसमें करीब 15 लाख छात्र हिस्सा लेते हैं।

LEAVE A REPLY