ब्यूरो:-
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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक -: 20/02/2021,शनिवार*
अष्टमी, शुक्ल पक्ष
माघ
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि ———अष्टमी 13:31:08 तक
पक्ष —————————-शुक्ल
नक्षत्र ———रोहिणी 32:42:17
योग ————वैधृति 29:13:14
करण ————-बव 13:31:08
करण ———-बालव 26:40:12
वार ————————-शनिवार
माह —————————- माघ
चन्द्र राशि ——————- वृषभ
सूर्य राशि ——————- कुम्भ
रितु —————————वसन्त
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————-प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942
वृन्दावन
सूर्योदय —————–06:53:23
सूर्यास्त —————–18:12:46
दिन काल ————-11:19:22
रात्री काल ————-12:39:43
चंद्रोदय —————-11:53:49
चंद्रास्त —————–25:55:40
लग्न —-कुम्भ 7°29′ , 307°29′
सूर्य नक्षत्र —————-शतभिषा
चन्द्र नक्षत्र ——————रोहिणी
नक्षत्र पाया ——————–लोहा
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ओ —-रोहिणी 12:40:04
वा —-रोहिणी 19:22:26
वी —-रोहिणी 26:03:16
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
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सूर्य= कुम्भ 07°52 ‘ शतभिषा, 1 गो
चन्द्र = वृषभ 10°23 ‘कृतिका , 1 ओ
बुध = मकर 16°37’ श्रवण ‘ 3 खे
शुक्र= मकर 28 ° 55, धनिष्ठा ‘ 2 गी
मंगल=मेष 28°30 ‘ कृतिका ‘ 1 अ
गुरु=मकर 20°22 ‘ श्रवण , 4 खो
शनि=मकर 12°43 ‘ श्रवण ‘ 1 खी
राहू=(व)वृषभ 22°20 ‘मृगशिरा , 4 वु
केतु=(व)वृश्चिक 22°20 ज्येष्ठा , 2 या
*🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*
राहू काल 09:43 – 11:08 अशुभ
यम घंटा 13:58 – 15:23 अशुभ
गुली काल 06:53 – 08:18 अशुभ
अभिजित 12:10 -12:56 शुभ
दूर मुहूर्त 08:24 – 09:09 अशुभ
💮चोघडिया, दिन
काल 06:53 – 08:18 अशुभ
शुभ 08:18 – 09:43 शुभ
रोग 09:43 – 11:08 अशुभ
उद्वेग 11:08 – 12:33 अशुभ
चर 12:33 – 13:58 शुभ
लाभ 13:58 – 15:23 शुभ
अमृत 15:23 – 16:48 शुभ
काल 16:48 – 18:13 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:13 – 19:48 शुभ
उद्वेग 19:48 – 21:23 अशुभ
शुभ 21:23 – 22:58 शुभ
अमृत 22:58 – 24:33* शुभ
चर 24:33* – 26:08* शुभ
रोग 26:08* – 27:43* अशुभ
काल 27:43* – 29:18* अशुभ
लाभ 29:18* – 30:52* शुभ
💮होरा, दिन
शनि 06:53 – 07:50
बृहस्पति 07:50 – 08:47
मंगल 08:47 – 09:43
सूर्य 09:43 – 10:40
शुक्र 10:40 – 11:36
बुध 11:36 – 12:33
चन्द्र 12:33 – 13:30
शनि 13:30 – 14:26
बृहस्पति 14:26 – 15:23
मंगल 15:23 – 16:20
सूर्य 16:20 – 17:16
शुक्र 17:16 – 18:13
🚩होरा, रात
बुध 18:13 – 19:16
चन्द्र 19:16 – 20:19
शनि 20:19 – 21:23
बृहस्पति 21:23 – 22:26
मंगल 22:26 – 23:29
सूर्य 23:29 – 24:33
शुक्र 24:33* – 25:36
बुध 25:36* – 26:39
चन्द्र 26:39* – 27:43
शनि 27:43* – 28:46
बृहस्पति 28:46* – 29:49
मंगल 29:49* – 30:52
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान———————पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
8 + 7 + 1 = 16 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*💮 शिव वास एवं फल -:*
8 + 8 + 5 = 21 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान वास = मृत्यु कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
* दुर्गाष्टमी
*भीष्माष्टमी
* रोहिणी व्रत
* सर्वार्थ सिद्धि एवं अमृत सिद्धि योग
* रोहिणी व्रत (जैन)
* पशु मेला (नागौर)
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
दीपो भक्षयते ध्वान्तं कज्जलं च प्रसूयते ।
यदन्नं भक्ष्यते नित्यं जायते तादृशी प्रजा ।।
।।चा o नी o।।
दीपक अँधेरे का भक्षण करता है इसीलिए काला धुआ बनाता है. इसी प्रकार हम जिस प्रकार का अन्न खाते है. माने सात्विक, राजसिक, तामसिक उसी प्रकार के विचार उत्पन्न करते है.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-04
यज्ज्ञात्वा न पुनर्मोहमेवं यास्यसि पाण्डव ।,
येन भुतान्यशेषेण द्रक्ष्यस्यात्मन्यथो मयि ॥,
जिसको जानकर फिर तू इस प्रकार मोह को नहीं प्राप्त होगा तथा हे अर्जुन! जिस ज्ञान द्वारा तू सम्पूर्ण भूतों को निःशेषभाव से पहले अपने में (गीता अध्याय 6 श्लोक 29 में देखना चाहिए।,) और पीछे मुझ सच्चिदानन्दघन परमात्मा में देखेगा।, (गीता अध्याय 6 श्लोक 30 में देखना चाहिए।,)॥,35॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। नौकरी में अमन-चैन रहेगा। अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर-मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। विवेक का प्रयोग करें। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। प्रसन्नता रहेगी।
🐂वृष
भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति निर्मित होगी। कोई बड़ा सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। जल्दबाजी न करें।
👫मिथुन
मेहनत का पूरा-पूरा फल मिलेगा। काम में उत्साह व प्रसन्नता से ध्यान दे पाएंगे। वाद-विवाद से अपना पक्ष मजबूत कर पाएंगे। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें।
🦀कर्क
वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। अकारण क्रोध व उत्तेजना रह सकते हैं। बेवजह किसी से विवाद हो सकता है। बुरी खबर मिल सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। मन में संवेदनशीलता अधिक रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। भागदौड़ रहेगी। जोखिम न उठाएं।
🐅सिंह
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। नए मित्र बनेंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर अवसर बढ़ेंगे। समस्याएं कम होंगी। मान-सम्मान मिलेगा। मित्र व रिश्तेदारों से संबंध सुधरेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। व्यापार-व्यवसाय व नौकरी से अनुकूलता बनी रहेगी।
🙍♀️कन्या
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। नए मित्र बनेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। चोट व रोग से बचें।
⚖️तुला
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कामों की रुकावट दूर होगी। स्थिति मनोनुकूल रहेगी। कारोबार में लाभ वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। निवेश में लाभ होगा। घर में सभी सदस्य आनंदपूर्वक रहेंगे। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें।
🦂वृश्चिक
आशंका-कुशंका के चलते कार्य प्रभावित होंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। झंझटों से दूर रहें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आर्थिक परेशानी आ सकती है। आय में निश्चितता रहेगी। जोखिम न लें। चोट व दुर्घटना से हानि की आशंका बनती है।
🏹धनु
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। कारोबार से लाभ होगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। घर के सभी सदस्य प्रसन्न व संतुष्ट रहेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। संगीत आदि में दिलचस्पी बढ़ेगी।
🐊मकर
रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यापार-व्यापार अच्छा चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। प्रसन्नता तथा उत्साह में वृद्धि होगी। जोखिम न लें। प्रमाद से बचें।
🍯कुंभ
नई योजना बनेगी। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेंगे। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। सुख के साधनों की प्राप्ति की कोशिशें कामयाब रहेंगी। नए काम हाथ में आएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🐟मीन
फालतू खर्च होगा। लाभ के अवसर टलेंगे। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। चोट व रोग से बचें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी व्यक्ति से व्यर्थ में विवाद हो सकता है। सम्मान को ठेस पहुंच सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)