प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी दी है.
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने बताया है कि बीते साल आई कोरोना की लहर (Corona First Wave) और वर्तमान की दूसरी लहर (Corona Second Wave) के बीच क्या बदला है. उन्होंने कहा कि बीते साल हमारे पास कई महत्वपूर्ण चीजों की कोई व्यवस्था नहीं थी. पीपीई किट जैसी मूलभूत चीजें देश के पास बिल्कुल नहीं थीं. लेकिन अब स्थिति काफी बदली है. आइए जानते हैं भाषण की दस खास बातें
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोना की दूसरी प्रचंड लहर (Covid Second Wave) के बीच देश को संबोधित किया है. पीएम मोदी ने बताया है कि बीते साल आई कोरोना की लहर और वर्तमान की दूसरी लहर के बीच क्या बदला है. उन्होंने कहा कि बीते साल हमारे पास कई महत्वपूर्ण चीजों की कोई व्यवस्था नहीं थी. पीपीई किट जैसी मूलभूत चीजें देश के पास बिल्कुल नहीं थीं. लेकिन अब स्थिति काफी बदली है.पीएम मोदी ने कोरोना की दूसरी लहर में आम लोगों के दर्द में सहानुभूति प्रकट की है. उन्होंने एक साल के भीतर देश में मौजूद दो वैक्सीन का जिक्र कर कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है. साथ ही एक मई से 18 वर्ष के ऊपर सभी लोगों के वैक्सीनेशन की बात भी कही. पीएम ने कहा कि हम ऑक्सीजन सप्लाई ठीक करने को लेकर पूरी तरह से प्रयासरत हैं. आइए जानते हैं भाषण की दस खास बातें.
पीएम मोदी ने कहा-जिन लोगों ने अपने को खोया है, मैं उनके परिजनों को प्रति संवेदना जताता हूं. चुनौती बड़ी है लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प और हौसले के साथ इसको पार करना है.
पीएम ने हेल्थ वर्कर्स को भी धन्यवाद देते हुए कहा-मैं देश के सभी डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, पैरा मेडिकल स्टाफ को धन्यवाद करता हूं. इन लोगों ने कोरोना की पहली वेव में अपना जीवन दांव पर लगाकर देश को बचाया था. आज इस संकट में एक बार फिर आप दूसरों का जीवन बचाने के लिए दिन रात जुटे हुए हैं.
पीएम मोदी ने कठिन समय में धैर्य बनाए रखने की बात कही. वो बोले-कठिन से कठिन समय में भी हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए, किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हम सही निर्णय लें, सही दिशा में प्रयास करें तभी हम विजय हासिल कर सकते हैं. इसी मंत्र को सामने रखकर आज देश दिन रात काम कर रहा है.
ऑक्सीजन संकट पर उन्होंने कहा-इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्से में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है. सरकार इस विषय पर तेजी और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है. केंद्र सरकार प्राइवेट सेक्टर सभी की पूरी कोशिश है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले.
फार्मा सेक्टर के बारे में पीएम मोदी बोले-कोरोना के केस बढ़ने के साथ ही देश की फार्मा सेक्टर ने दवाइयों का उत्पादन बढ़ा दिया है. इसे और तेज किया जा रहा है. देश के फार्मा उद्योग के लोगों से मेरी चर्चा हुई है. उत्पादन बढ़ाने के लिए हर तरीके से दवाई कंपनियों की मदद ली जा रही है. हम सौभाग्यशाली है हमारे देश के पास इतना बड़ा मजबूत फार्मा सेक्टर है.कोरोना के बहुत ज्यादा मामलों की वजह से अस्पताल खचाखच भरे हुए हैं. हॉस्पिटल बेड पर पीएम मोदी बोले- अस्पतालों में बेड की संख्या को तेजी से बढ़ाने का काम किया जा रहा है.
वैक्सीन को लेकर पीएम ने कहा- पिछले वर्ष जब देश में कोरोना के कुछ ही मरीज सामने आए थे. उसी समय भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी वैक्सीन पर काम शुरू कर दिया था. हमारे वैज्ञानिकों ने बहुत कम समय में देशवासियों के लिए वैक्सीन विकसित की हैं. आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत के पास है. इस प्रयास में हमारे निजी सेक्टर ने इनोवेशन की भावना का बेहतरीन प्रदर्शन किया है.
लॉकडाउन पर पीएम मोदी बोले- आज की स्थिति में लोगों को लॉकडाउन से बचाना है. मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वे अंतिम विकल्प के रूप में ही लॉकडाउन का इस्तेमाल करें. हमें लॉकडाउन से बचने की कोशिश करनी है. हम अपनी अर्थव्यवस्था की सेहत भी सुधारेंगे और अपने देशवासियों की भी सेहत सुधारेंगे.
पीएम ने कहा-देशवासियों से अपील करता हूं इस संकट की घड़ी में देशवासी आगे आएं और जरूरतमंदों को मदद पहुंचाए. सेवा के संकल्प से ही हम ये लड़ाई जीत पाएंगे. युवा साथियों से अनुरोध है कि सोसायटी, मोहल्ले और अर्पाटमेंट में कोविड अनुशासन पालन करवाने में मदद करें. हम ऐसा करेंगे तो सरकारों को कर्फ्यू और कंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत नहीं होगी. लॉकडाउन की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. बाल मित्र घर में ऐसे माहौल बनाएंगे कि बिना काम, बिना कारण घर के लोग बाहर नहीं निकलें. प्रचार माध्यम ऐसी घड़ी में लोगों को सतर्क और जागरूक करने के लिए प्रयास और बढ़ाएं. डर का माहौल कम हो सके. लोग अफवाह और भ्रम में नहीं आए.
पीएम मोदी ने नवरात्रि और रमजान का जिक्र भी किया. वो बोले-आज नवरात्रि का आखिरी दिन है कल रामनवमी है. कोरोना के इस संकटकाल में कोरोना से बचने के जो भी उपाय हैं उनका पालन शत प्रतिशत करिए. दवाई भी, कड़ाई भी इस मंत्र को कभी नहीं भूलना है. रमजान के पवित्र महीने का भी आज सातवां दिन है. रमजान हमें धैर्य, आत्मसंयम और अनुशासन की सीख देता है. कोरोना से जीतने के लिए अनुशासन की भी उतनी ही जरूरत है.