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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक:-25/06/2023, रविवार*
सप्तमी, शुक्ल पक्ष,
आषाढ
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि——— सप्तमी 24:24:38 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र—- पूर्वा फाल्गुनी 10:10:15
योग———- व्यतिपत 30:05:00
करण————– गर 11:23:28
करण———– वणिज 24:24:38
वार———————— रविवार
माह———————– आषाढ
चन्द्र राशि——– सिंह 16:50:46
चन्द्र राशि——————- कन्या
सूर्य राशि—————— मिथुन
रितु————————- वर्षा
आयन—————- दक्षिणायण
संवत्सर—————– शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत————— 2080
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत—————— 1945
वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:26:38
सूर्यास्त—————- 19:16:57
दिन काल————- 13:50:19
रात्री काल————- 10:09:57
चंद्रोदय————— 11:27:12
चंद्रास्त—————- 24:08:29
लग्न—- मिथुन 9°2′ , 69°2′
सूर्य नक्षत्र——————–आर्द्रा
चन्द्र नक्षत्र———– पूर्वा फाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————-रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
टू—- पूर्वा फाल्गुनी 10:10:15
टे—- उत्तरा फाल्गुनी 16:50:46
टो—- उत्तरा फाल्गुनी 23:29:48
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मिथुन 09: 30 आर्द्रा , 1 कु
चन्द्र=सिंह 24:16 , पू o फाo, 4 टू
बुध =मिथुन 01°: 34′ मृगशिरा , 3 का
शुक्र=कर्क 22°05, अश्लेषा ‘ 3 डू
मंगल=कर्क 26°30 ‘ अश्लेषा ‘ 3 डे
गुरु=मेष 13°30 ‘ भरणी , 1 ली
शनि=कुम्भ 13°13 ‘ शतभिषा ,2 सा
राहू=(व) मेष 06°50 अश्विनी , 3 चो
केतु=(व) तुला 06°50 स्वाति , 1 रू
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*
राहू काल 17:33 – 19:17 अशुभ
यम घंटा 12:22 – 14:06 अशुभ
गुली काल 15:49 – 17: 33अशुभ
अभिजित 11:54 – 12:49 शुभ
दूर मुहूर्त 17:26 – 18:22 अशुभ
वर्ज्यम 18:11 – 19:57 अशुभ
💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:27 – 07:10 अशुभ
चर 07:10 – 08:54 शुभ
लाभ 08:54 – 10:38 शुभ
अमृत 10:38 – 12:22 शुभ
काल 12:22 – 14:06 अशुभ
शुभ 14:06 – 15:49 शुभ
रोग 15:49 – 17:33 अशुभ
उद्वेग 17:33 – 19:17 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
शुभ 19:17 – 20:33 शुभ
अमृत 20:33 – 21:49 शुभ
चर 21:49 – 23:06 शुभ
रोग 23:06 – 24:22* अशुभ
काल 24:22* – 25:38* अशुभ
लाभ 25:38* – 26:54* शुभ
उद्वेग 26:54* – 28:11* अशुभ
शुभ 28:11* – 29:27* शुभ
💮होरा, दिन
सूर्य 05:27 – 06:36
शुक्र 06:36 – 07:45
बुध 07:45 – 08:54
चन्द्र 08:54 – 10:03
शनि 10:03 – 11:13
बृहस्पति 11:13 – 12:22
मंगल 12:22 – 13:31
सूर्य 13:31 – 14:40
शुक्र 14:40 – 15:49
बुध 15:49 – 16:59
चन्द्र 16:59 – 18:08
शनि 18:08 – 19:17
🚩होरा, रात
बृहस्पति 19:17 – 20:08
मंगल 20:08 – 20:59
सूर्य 20:59 – 21:49
शुक्र 21:49 – 22:40
बुध 22:40 – 23:31
चन्द्र 23:31 – 24:22
शनि 24:22* – 25:13
बृहस्पति 25:13* – 26:04
मंगल 26:04* – 26:54
सूर्य 26:54* – 27:45
शुक्र 27:45* – 28:36
बुध 28:36* – 29:27
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मिथुन > 04:02 से 06:14 तक
कर्क > 06:14 से 08:32 तक
सिंह > 08:32 से 11:56 तक
कन्या > 11:56 से 14:12 तक
तुला > 14:12 से 15:12 तक
वृश्चिक > 15:12 से 17:36 तक
धनु > 17:36 से 19:40 तक
मकर > 19:40 से 21:26 तक
कुम्भ > 21:26 से 23:16 तक
मीन > 23:16 से 00:30 तक
मेष > 00:30 से 02:08 तक
वृषभ > 02:08 से 03:56 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
7 + 1 + 1 = 9 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
7 + 7 + 5 = 19 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
रात्रि 2 4:25 से प्रारम्भ
पाताल लोक = धनलाभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*गुप्त नवरात्रि सप्तम दिवस
*भानु सप्तमी
*सर्वार्थ सिद्धि योग 10:10 से
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
न देवो विद्यते काष्ठे न पाषाणे न मृण्मये ।
भावे हि विद्यते देवस्तस्माद्भावो हि कारणम् ।।
।। चा o नी o।।
देवता न काठ में, पत्थर में, और न मिट्टी ही में रहते हैं वे तो रहते हैं भाव में। इससे यह निष्कर्ष निकला कि भाव ही सबका कारण है।
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: कर्मयोग अo-03
एवं प्रवर्तितं चक्रं नानुवर्तयतीह यः ।,
अघायुरिन्द्रियारामो मोघं पार्थ स जीवति ॥,
हे पार्थ! जो पुरुष इस लोक में इस प्रकार परम्परा से प्रचलित सृष्टिचक्र के अनुकूल नहीं बरतता अर्थात अपने कर्तव्य का पालन नहीं करता, वह इन्द्रियों द्वारा भोगों में रमण करने वाला पापायु पुरुष व्यर्थ ही जीता है॥,16॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
कानूनी सहयोग मिलेगा। लाभ में वृद्धि होगी। रुके कार्यों में गति आएगी। तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा। थकान महसूस हो सकती है। आलस्य हावी रहेगा।
🐂वृष
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। योजना फलीभूत होगी। किसी बड़ी समस्या का हल एकाएक हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। आय में वृद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। प्रमाद न करें।
👫मिथुन
डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। यात्रा लाभदायक रहेगी। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यवसाय में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। किसी अपने का व्यवहार दु:ख पहुंचाएगा। कानूनी समस्या हो सकती है।
🦀कर्क
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। यात्रा में कोई चीज भूलें नहीं। फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। लापरवाही न करें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा। लाभ में कमी रह सकती है। नौकरी में कार्यभार रहेगा। आलस्य न करें।
🐅सिंह
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। रोजगार प्राप्ति होगी। किसी बड़ी समस्या का हल निकलेगा। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य अनुकूल है। लाभ लें। प्रमाद न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🙍♀️कन्या
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। शत्रुओं का पराभव होगा। प्रमाद न करें।
⚖️तुला
सामाजिक कार्य करने का मन बनेगा। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नए काम करने की इच्छा बनेगी। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। मनोरंजन का वक्त मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।
🦂वृश्चिक
बेवजह दौड़धूप रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कोई शोक समाचार मिल सकता है। अपेक्षित कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद संभव है। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। दूसरों को कार्य में हस्तक्षेप न करें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं।
🏹धनु
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। शत्रु परास्त होंगे। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर संयम रखें। अनहोनी की आशंका रहेगी। पारिवारिक जीवन सुख-शांति से बीतेगा। प्रसन्नता रहेगी।
🐊मकर
भूमि व भवन संबंधित कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। मातहतों का सहयोग मिलेगा। कर्ज की रकम चुका पाएंगे। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। आलस्य न करें। निवेश शुभ रहेगा।
🍯कुंभ
कोर्ट व कचहरी में लाभ की स्थिति बनेगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। पिछले लंबे समय से रुके कार्य बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। घर-परिवार की चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। व्यापार लाभदायक रहेगा। प्रयास करें।
🐟मीन
चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। भाइयों से कहासुनी हो सकती है। आय बनी रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में सहकर्मी विरोध कर सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें, धैर्य रखें।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
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