वृंदावन से आचार्य श्री नीरज कुमार पाराशर जी से जानें 02/08/2023 दिन बुधवार का अपना दैनिक राशिफल

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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक :- 02/08/2023, बुधवार*
प्रतिपदा, कृष्ण पक्ष,
अधिक श्रावण
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि——– प्रतिपदा 20:05:19 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र———– श्रवण 12:57:19
योग———आयुष्मान 14:32:12
करण————बालव 10:02:55
करण———– कौलव 20:05:19
वार———————— बुधवार
माह————— अधिक श्रावण
चन्द्र राशि—– मकर 23:25:10
चन्द्र राशि—————— कुम्भ
सूर्य राशि——————– कर्क
रितु————————- वर्षा
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————- शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ——————-पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत——————-1945

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:43:59
सूर्यास्त————— 19:06:40
दिन काल————- 13:22:40
रात्री काल————- 10:37:51
चंद्रास्त—————- 06:03:12
चंद्रोदय—————- 19:59:30

लग्न—- कर्क 15°18′ , 105°18′

सूर्य नक्षत्र——————– पुष्य
चन्द्र नक्षत्र—————— श्रवण
नक्षत्र पाया——————– ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

खे—- श्रवण 07:43:43

खो—- श्रवण 12:57:19

गा—- धनिष्ठा 18:11:04

गी—- धनिष्ठा 23:25:10

गु—- धनिष्ठा 28:39:48

💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=कर्क 15:30 पुष्य , 4 ड
चन्द्र=सिंह 11:30 , श्रवण, 3 खे
बुध =सिंह 11°: 34′ मघा , 4 मे
शुक्र=सिंह 02°05, मघा ‘ 1 म
मंगल=सिंह 19°30 ‘ पू oफाo’ 2 टा
गुरु=मेष 19°30 ‘ भरणी , 2 लू
शनि=कुम्भ 11°13 ‘ शतभिषा ,2 सा
राहू=(व) मेष 04°5p अश्विनी , 2 चे
केतु=(व) तुला 04°50 चित्रा , 4 री

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*

राहू काल 12:25 – 14:06 अशुभ
यम घंटा 07:24 – 09:05 अशुभ
गुली काल 10:45 – 12: 25अशुभ
अभिजित 11:59 – 12:52 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:59 – 12:52 अशुभ
वर्ज्यम 16:26 – 17:50 अशुभ

🚩पंचक 23:25 – अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
लाभ 05:44 – 07:24 शुभ
अमृत 07:24 – 09:05 शुभ
काल 09:05 – 10:45 अशुभ
शुभ 10:45 – 12:25 शुभ
रोग 12:25 – 14:06 अशुभ
उद्वेग 14:06 – 15:46 अशुभ
चर 15:46 – 17:26 शुभ
लाभ 17:26 – 19:07 शुभ

🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 19:07 – 20:26 अशुभ
शुभ 20:26 – 21:46 शुभ
अमृत 21:46 – 23:06 शुभ
चर 23:06 – 24:26* शुभ
रोग 24:26* – 25:45* अशुभ
काल 25:45* – 27:05* अशुभ
लाभ 27:05* – 28:25* शुभ
उद्वेग 28:25* – 29:45* अशुभ

💮होरा, दिन
बुध 05:44 – 06:51
चन्द्र 06:51 – 07:58
शनि 07:58 – 09:05
बृहस्पति 09:05 – 10:12
मंगल 10:12 – 11:18
सूर्य 11:18 – 12:25
शुक्र 12:25 – 13:32
बुध 13:32 – 14:39
चन्द्र 14:39 – 15:46
शनि 15:46 – 16:53
बृहस्पति 16:53 – 17:59
मंगल 17:59 – 19:07

🚩होरा, रात
सूर्य 19:07 – 19:59
शुक्र 19:59 – 20:53
बुध 20:53 – 21:46
चन्द्र 21:46 – 22:39
शनि 22:39 – 23:32
बृहस्पति 23:32 – 24:26
मंगल 24:26* – 25:19
सूर्य 25:19* – 26:12
शुक्र 26:12* – 27:05
बुध 27:05* – 27:58
चन्द्र 27:58* – 28:51
शनि 28:51* – 29:45

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

कर्क > 03:46 से 06:04 तक
सिंह > 06:04 से 09:28 तक
कन्या > 09:28 से 11:40 तक
तुला > 11:40 से 12:48 तक
वृश्चिक > 12:48 से 15:04 तक
धनु > 15:04 से 17:10 तक
मकर > 17:10 से 19:02 तक
कुम्भ > 19:02 से 20:56 तक
मीन > 20:56 से 22:06 तक
मेष > 22:06 से 23:46 तक
वृषभ > 23:46 से 01:28 तक
मिथुन > 01:28 से 03:40 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 1 + 4 + 1 = 21 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

चन्द्र ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

16 + 16 + 5 = 37 ÷ 7 = 2 शेष

गौरी सन्निधो = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*द्वितीय श्रावण प्रारम्भ

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

मूर्खश्चिरायुर्जातोऽपि तस्माज्जातमृतो वरः ।
मृतः स चाऽल्पदुःखाय यावज्जीवं जडोदहेत् ।।
।। चा o नी o।।

एक ऐसा बालक जो जन्मते वक़्त मृत था, एक मुर्ख दीर्घायु बालक से बेहतर है. पहला बालक तो एक क्षण के लिए दुःख देता है, दूसरा बालक उसके माँ बाप को जिंदगी भर दुःख की अग्नि में जलाता है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

मात्रास्पर्शास्तु कौन्तेय शीतोष्णसुखदुःखदाः ।, आगमापायिनोऽनित्यास्तांस्तितिक्षस्व भारत ॥,

हे कुंतीपुत्र! सर्दी-गर्मी और सुख-दुःख को देने वाले इन्द्रिय और विषयों के संयोग तो उत्पत्ति-विनाशशील और अनित्य हैं, इसलिए हे भारत! उनको तू सहन कर॥,14॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
व्यवसाय ठीक चलेगा। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। परिश्रम का अनुकूल फल मिलेगा। परिजनों के स्वास्थ्य और सुविधाओं की ओर ध्यान दें।

🐂वृष
विवाद से क्लेश होगा। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग परेशान कर सकता है। जोखिम न लें। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्ति के योग हैं। सावधानी व सतर्कता से व्यापारिक अनुबंध करें। दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा।

👫मिथुन
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न उठाएं। आज का दिन आपके लिए शुभ रहने की संभावना है। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर मिलेंगे। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा।

🦀कर्क
मेहनत का फल मिलेगा। योजना फलीभूत होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कर्ज से दूर रहना चाहिए। खर्च में कमी होगी। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में होने की संभावना है। प्रतिष्ठितजनों से मेल-जोल बढ़ेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🐅सिंह
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रोजगार‍ मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ संभव है। जोखिम न लें। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति जीवन में आनंद का संचार करेगी। कई दिनों से रुका पैसा मिल सकेगा।

🙍‍♀️कन्या
चोट व रोग से बचें। कानूनी अड़चन दूर होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। क्रय-विक्रय के कार्यों में लाभ होगा। योजनाएं बनेंगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान प्राप्त होगा। भाइयों से अनबन हो सकती है। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें।

⚖️तुला
कुसंगति से हानि होगी। वाहन मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी प‍र नियंत्रण रखें, जोखिम न लें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। व्यापारिक लाभ होगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी।

🦂वृश्चिक
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। जायदाद संबंधी समस्या सुलझने के आसार बनेंगे। अनुकूल समाचार मिलेंगे तथा दिन आनंदपूर्वक व्यतीत होगा। नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे।

🏹धनु
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ होगा। धन संचय की बात बनेगी। परिवार के कार्यों पर ध्यान देना जरूरी है। रुका कार्य होने से प्रसन्नाता होगी। आर्थिक सलाह उपयोगी रहेगी। कर्ज की चिंता कम होगी।

🐊मकर
अति व्यस्तता रहेगी। बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। थकान रहेगी। व्यापार-व्यवसाय संतोषप्रद रहेगा। आपसी संबंधों को महत्व दें। अल्प परिश्रम से ही लाभ होने की संभावना है। खर्चों में कमी करने का प्रयास करें।

🍯कुंभ
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। धैर्य एवं शांति से वाद-विवादों से निपट सकेंगे। दुस्साहस न करें। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी। स्वयं की प्रतिष्ठा व सम्मान के अनुरूप कार्य हो सकेंगे।

🐟मीन
प्रसन्नता रहेगी। संतान की शिक्षा की चिंता समाप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। महत्व के कार्य को समय पर करें। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा। मेहनत का फल कम मिलेगा। कार्य की प्रशंसा होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09815015941

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