वृंदावन धाम से आचार्य श्री नीरज कुमार पाराशर जी से जानें

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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺

*दिनाँक :-17/02/2024, शनिवार*
अष्टमी, शुक्ल पक्ष,
माघ
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———– अष्टमी 08:15:26 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र——— कृत्तिका 08:45:07
योग————– ऐन्द्र 13:42:12
करण————– बव 08:15:26
करण———- बालव 20:10:33
वार———————- शनिवार
माह————————- माघ
चन्द्र राशि—————— वृषभ
सूर्य राशि—————— कुम्भ
रितु———————— शिशिर
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)—————– पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1945
कलि संवत—————– 5124

वृन्दावन
सूर्योदय————— 06:56:35
सूर्यास्त————— 18:10:13
दिन काल————- 11:13:38
रात्री काल————- 12:45:31
चंद्रोदय—————- 11:48:29
चंद्रास्त—————- 26:17:57

लग्न— कुम्भ 3°40′ , 303°40′

सूर्य नक्षत्र—————— धनिष्ठा
चन्द्र नक्षत्र—————- कृत्तिका
नक्षत्र पाया——————- लोहा

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

ए—- कृत्तिका 08:45:07

ओ—- रोहिणी 14:50:53

वा—- रोहिणी 20:58:54

वी—- रोहिणी 27:09:10

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= कुम्भ 03:10, धनिष्ठा 4 गे
चन्द्र= वृषभ 09:30 , कृतिका 4 ए
बुध =मकर 24:53′ धनिष्ठा 1 गा
शु क्र= मकर 06°05, उ o षाo ‘ 3 जा
मंगल=मकर 08 °30 ‘ उ oषाo’ 4 जी
गुरु=मेष 15°30 भरणी , 1 ली
शनि=कुम्भ 14°20 ‘ शतभिषा ,3 सी
राहू=(व) मीन 24°10 रेवती , 3 च
केतु=(व) कन्या 24°10 चित्रा , 1 पे

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 09:45 – 11:09 अशुभ
यम घंटा 13:58 – 15:22 अशुभ
गुली काल 06:57 – 08: 21अशुभ
अभिजित 12:11 – 12:56 शुभ
दूर मुहूर्त 08:26 – 09:11 अशुभ
वर्ज्यम 25:06* – 26:44* अशुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 06:57 – 08:21 अशुभ
शुभ 08:21 – 09:45 शुभ
रोग 09:45 – 11:09 अशुभ
उद्वेग 11:09 – 12:33 अशुभ
चर 12:33 – 13:58 शुभ
लाभ 13:58 – 15:22 शुभ
अमृत 15:22 – 16:46 शुभ
काल 16:46 – 18:10 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:10 – 19:46 शुभ
उद्वेग 19:46 – 21:22 अशुभ
शुभ 21:22 – 22:57 शुभ
अमृत 22:57 – 24:33* शुभ
चर 24:33* – 26:09* शुभ
रोग 26:09* – 27:44* अशुभ
काल 27:44* – 29:20* अशुभ
लाभ 29:20* – 30:56* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 06:57 – 07:53
बृहस्पति 07:53 – 08:49
मंगल 08:49 – 09:45
सूर्य 09:45 – 10:41
शुक्र 10:41 – 11:37
बुध 11:37 – 12:33
चन्द्र 12:33 – 13:30
शनि 13:30 – 14:26
बृहस्पति 14:26 – 15:22
मंगल 15:22 – 16:18
सूर्य 16:18 – 17:14
शुक्र 17:14 – 18:10

🚩होरा, रात
बुध 18:10 – 19:14
चन्द्र 19:14 – 20:18
शनि 20:18 – 21:22
बृहस्पति 21:22 – 22:25
मंगल 22:25 – 23:29
सूर्य 23:29 – 24:33
शुक्र 24:33* – 25:37
बुध 25:37* – 26:41
चन्द्र 26:41* – 27:44
शनि 27:44* – 28:48
बृहस्पति 28:48* – 29:52
मंगल 29:52* – 30:56

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

मकर > 04:04 से 06:02 तक
कुम्भ > 06:02 से 07:24 तक
मीन > 07:24 से 08:48 तक
मेष > 08:48 से 10:32 तक
वृषभ > 10:32 से 12:30 तक
मिथुन > 12:30 से 14:42 तक
कर्क > 14:42 से 17:02 तक
सिंह > 17:02 से 19:14 तक
कन्या > 19:14 से 21:30 तक
तुला > 21:30 से 23:26 तक
वृश्चिक > 23:26 से 01:42 तक
धनु > 01:42 से 03:58 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

8 + 7 + 1 = 16 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

शुक्र ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

8 + 8 + 5 = 21 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = संताप कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*रोहिणी व्रत

*सर्वार्थ, अमृत सिद्धि योग 08:45 से

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

विद्वान् प्रशस्यते लोके विद्वान्सर्वत्र गौरवम् ।
विद्यया लभते सर्व विद्या सर्वत्र पूज्यते ।।
।। चा o नी o।।

विद्वान् व्यक्ति लोगो से सम्मान पाता है. विद्वान् उसकी विद्वत्ता के लिए हर जगह सम्मान पाता है. यह बिलकुल सच है की विद्या हर जगह सम्मानित है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: कर्मयोग अo-03

श्रेयान्स्वधर्मो विगुणः परधर्मात्स्वनुष्ठितात्‌ ।,
स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः ॥,

अच्छी प्रकार आचरण में लाए हुए दूसरे के धर्म से गुण रहित भी अपना धर्म अति उत्तम है।, अपने धर्म में तो मरना भी कल्याणकारक है और दूसरे का धर्म भय को देने वाला है॥,35॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
राजमान व यश में वृद्धि होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से परिचय होगा। सामाजिक कार्य करने की इच्छा रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। काफी समय से लंबित कार्यों में गति आएगी। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। कारोबारी नए अनुबंध हो सकते हैं। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।

🐂वृष
विवेक से कार्य करें। सुख के साधन जुटेंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में सहकर्मी विशेषकर महिला वर्ग से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। किसी बात का विरोध हो सकता है। कष्ट व भय बने रहेंगे।

👫मिथुन
शत्रु कोई बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। वाहन व मशीनरी के कार्यों में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। समय पर किसी कार्य का भुगतान नहीं कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय साधारण रहेगा।

🦀कर्क
कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में मातहतों का साथ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। अज्ञात भय रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। प्रसन्नता रहेगी। दुष्टजनों से सावधान रहें। शारीरिक कष्ट से बाधा तथा हानि संभव है। बेचैनी रहेगी।

🐅सिंह
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शत्रु पस्त होंगे। उनकी एक नहीं चलेगी। किसी मांगलिक-आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। हल्की हंसी-मजाक से बचें। कार्यक्षेत्र में उत्साह व प्रसन्नता बनी रहेगी।

🙍‍♀️कन्या
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सुख के साधन जुटेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देंगे। निवेशादि शुभ रहेंगे। उत्साह में वृद्धि होगी।

⚖️तुला
भूमि व भवन संबंधी कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। यात्रा संभव है। शत्रु सक्रिय रहेंगे। सावधानी आवश्यक है। घर-परिवार की चिंता रहेगी। चोट व रोग से बचें। कष्ट संभव है। लेन-देन में जल्दबाजी न करे।

🦂वृश्चिक
परिवार के छोटे सदस्यों की अध्ययन तथा स्वास्‍थ्य संबंधी चिंता रहेगी। विवाद से क्लेश संभव है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। भागदौड़ अधिक होगी। लाभ में कमी रहेगी। उत्साह की कमी महसूस करेंगे। व्यापार ठीक चलेगा।

🏹धनु
वै‍वाहिक प्रस्ताव विवाह के उम्मीदवारों का इंतजार कर रहा है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। अनहोनी की आशंका रह सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता बनी रहेगी।

🐊मकर
राजभय रहेगा। जल्दबाजी व लापरवाही न करें। विवाद को बढ़ावा न दें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। कुसंगति से बचें। हानि होगी। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।

🍯कुंभ
सामाजिक कार्य करने का मन बनेगा। थोड़े प्रयास से ही रुके काम बनेंगे। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है।

🐟मीन
सुख के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। अज्ञात भय रहेगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचारों की प्राप्ति से प्रसन्नता रहेगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कोई बड़ा काम करने की इच्छा प्रबल होगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
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