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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनांक*07/08/2024, बुधवार*
तृतीया, शुक्ल पक्ष,
श्रावण
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि———– तृतीया 22:05:14 तक
पक्ष————————- शुक्ल
नक्षत्र——— पूo फाo 20:29:21
योग————–परिघ 11:40:01
करण———– तैतुल 08:55:48
करण————– गर 22:05:14
वार———————— बुधवार
माह———————– श्रावण
चन्द्र राशि——- सिंह 27:14:00
चन्द्र राशि—————– कन्या
सूर्य राशि——————– कर्क
रितु————————– वर्षा
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————— क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)————— कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1946
कलि संवत—————– 5125
वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:47:02
सूर्यास्त—————- 19:02:27
दिन काल————- 13:15:24
रात्री काल————- 10:45:06
चंद्रोदय—————- 08:04:58
चंद्रास्त—————- 20:52:21
लग्न—- कर्क 20°48′ , 110°48′
सूर्य नक्षत्र————— आश्लेषा
चन्द्र नक्षत्र———– पूर्वा फाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
टा—- पूर्वा फाल्गुनी 07:03:29
टी—- पूर्वा फाल्गुनी 13:45:49
टू—- पूर्वा फाल्गुनी 20:29:21
टे—- उत्तरा फाल्गुनी 27:14:00
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= कर्क 20°05, अश्लेषा 2 डू
चन्द्र= सिंह 19°30 , पू o फा o 2 टा
बुध =सिंह 09°53′ मघा 3 मू
शु क्र= सिंह 08°05, मघा ‘ 3 मू
मंगल=वृषभ 17°30 ‘ रोहिणी’ 3 वी
गुरु=वृषभ 21°30 रोहिणी , 4 वु
शनि=कुम्भ 24°10 ‘ पू o भा o ,2 सो
राहू=(व) मीन 15°15 उo भा o, 4 ञ
केतु=(व) कन्या 15°15 हस्त , 2 ष
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 12:25 – 14:04 अशुभ
यम घंटा 07:26 – 09:06 अशुभ
गुली काल 10:45 – 12:25 अशुभ
अभिजित 11:58 – 12:51 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:58 – 12:51 अशुभ
वर्ज्यम 28:35* – 30:23* अशुभ
प्रदोष 19:02 – 21:13 शुभ
💮चोघडिया, दिन
लाभ 05:47 – 07:26 शुभ
अमृत 07:26 – 09:06 शुभ
काल 09:06 – 10:45 अशुभ
शुभ 10:45 – 12:25 शुभ
रोग 12:25 – 14:04 अशुभ
उद्वेग 14:04 – 15:44 अशुभ
चर 15:44 – 17:23 शुभ
लाभ 17:23 – 19:02 शुभ
🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 19:02 – 20:23 अशुभ
शुभ 20:23 – 21:44 शुभ
अमृत 21:44 – 23:04 शुभ
चर 23:04 – 24:25* शुभ
रोग 24:25* – 25:46* अशुभ
काल 25:46* – 27:06* अशुभ
लाभ 27:06* – 28:27* शुभ
उद्वेग 28:27* – 29:48* अशुभ
💮होरा, दिन
बुध 05:47 – 06:53
चन्द्र 06:53 – 07:59
शनि 07:59 – 09:06
बृहस्पति 09:06 – 10:12
मंगल 10:12 – 11:18
सूर्य 11:18 – 12:25
शुक्र 12:25 – 13:31
बुध 13:31 – 14:37
चन्द्र 14:37 – 15:44
शनि 15:44 – 16:50
बृहस्पति 16:50 – 17:56
मंगल 17:56 – 19:02
🚩होरा, रात
सूर्य 19:02 – 19:56
शुक्र 19:56 – 20:50
बुध 20:50 – 21:44
चन्द्र 21:44 – 22:37
शनि 22:37 – 23:31
बृहस्पति 23:31 – 24:25
मंगल 24:25* – 25:19
सूर्य 25:19* – 26:13
शुक्र 26:13* – 27:06
बुध 27:06* – 28:00
चन्द्र 28:00* – 28:54
शनि 28:54* – 29:48
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
कर्क > 03:26 से 05:44 तक
सिंह > 05:44 से 07:54 तक
कन्या > 07:54 से 10:04 तक
तुला > 10:04 से 12: 20 तक
वृश्चिक > 12:20 से 14:38 तक
धनु > 14:38 से 16:44 तक
मकर > 16:44 से 18:32 तक
कुम्भ > 18:32 से 20:04 तक
मीन > 20:04 से 21:32 तक
मेष > 21:32 से 23:08 तक
वृषभ > 23:08 से 01:04 तक
मिथुन > 01:04 से 03:22 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
3 + 4 + 1 = 8 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
सूर्य ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
3 + 3+ 5 = 11 ÷ 7 = 4 शेष
सभायां = संताप कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
* हरियाली तीज व्रत
*बिहारी जी स्वर्ण हिंडोले पर विराजमान
*आज से पूर्णिमा तक राधा जी झूले पर विराजमान
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
अर्थाधीताश्चयै र्वेदास्तथा शूद्रान्न भोजिनः ।
ते द्विजाः किं करिष्यन्ति निर्विषा इव पन्नगाः ।।
।। चा o नी o।।
जिन्होंने वेदों का अध्ययन पैसा कमाने के लिए किया और जो नीच काम करने वाले लोगो का दिया हुआ अन्न खाते है उनके पास कौनसी शक्ति हो सकती है. वो ऐसे भुजंगो के समान है जो दंश नहीं कर सकते.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: अक्षरब्रह्मयोग अo-08
अग्निर्ज्योतिरहः शुक्लः षण्मासा उत्तरायणम् ।,
तत्र प्रयाता गच्छन्ति ब्रह्म ब्रह्मविदो जनाः ॥,
जिस मार्ग में ज्योतिर्मय अग्नि-अभिमानी देवता हैं, दिन का अभिमानी देवता है, शुक्ल पक्ष का अभिमानी देवता है और उत्तरायण के छः महीनों का अभिमानी देवता है, उस मार्ग में मरकर गए हुए ब्रह्मवेत्ता योगीजन उपयुक्त देवताओं द्वारा क्रम से ले जाए जाकर ब्रह्म को प्राप्त होते हैं।, ॥,24॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। धर्नाजन होगा, जोखिम न लें। प्रयत्न एवं दूरदर्शिता से सहयोग एवं समर्थन मिलेगा। पारिवारिक सुख प्राप्त होगा। जोखिम के कार्यों में सावधानी रखें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🐂वृष
वस्तुएं संभालकर रखें। सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। कहासुनी, बहस हो सकती है। विवाद समाप्त होने से शांति एवं संतोष मिलेगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। विवाद से क्लेश होगा। दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग उभर सकता है।
👫मिथुन
प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। मनोरंजक यात्रा होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान मिलने की संभावना है। भूमि संबंधी लेन-देन में रुचि बढ़ेगी। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें।
🦀कर्क
अतिथियों का आवागमन होगा। शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। व्यापारिक उन्नति होगी। अनायास किसी समस्या का समाधान हो सकता है। अपना व्यवहार संयमित रखकर काम करना जरूरी है।
🐅सिंह
यात्रा मनोरंजक रहेगी। वरिष्ठ जन सहयोग करेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। धनलाभ के अवसर आएँगे। जीवनसाथी से संबंधों में मधुरता आएगी। अहम का भाव मन में न पनपने दें। पूंजी निवेश लाभकारी रहेगा।
🙍♀️कन्या
घर में अशांति रह सकती है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। तनाव रहेगा। जल्दबाजी न करें। नौकरी, व्यवसाय में इच्छित वातावरण तैयार होगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यों में सफलता की संभावना है।
⚖️तुला
वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें। बकाया वसूली होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। धनार्जन होगा। आलस्य को त्यागकर प्रत्येक काम समय पर करें। व्यापार अच्छा चलेगा। परोपकारी स्वभाव होने के कारण दूसरों की मदद करके सुख अर्जित करेंगे।
🦂वृश्चिक
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। पिता का स्वास्थ्य संतोष देगा। आजीविका में प्रगति होगी। समय का दुरुपयोग न करें। अधिकारी कामकाज में सहयोग करेंगे। शत्रु भय रहेगा।
🏹धनु
कष्ट, भय, तनाव का माहौल बनेगा। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। शत्रु पक्ष से सतर्क रहें। आपके कार्यों की परिवार एवं समाज में प्रशंसा होगी। संतान की मदद से आत्मविश्वास बढ़ेगा। व्यापार में नए अनुबंधों से लाभ होगा।
🐊मकर
वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। शुभ समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। अपनी स्थिति, योग्यता के अनुरूप कार्य कर पाएँगे। अनसोचे काम होंगे। संपत्ति के लेन-देन में सावधानी रखें। व्यापार अच्छा चलेगा। कुसंगति से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है।
🍯कुंभ
देव दर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। बाहरी सहयता मिलेगी। रुके कार्य बनेंगे। सुखद यात्रा के योग बनेंगे। सोच-समझकर व्यय करें। पारिवारिक समस्याओं का हल सूझ-बूझ से करेंगे। व्यापार लाभप्रद रहेगा।
🐟मीन
घर-परिवार की चिंता रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बाहरी सहायता प्राप्त होगी। परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा। अनायास समस्या सुलझेगी। व्यापार-व्यवसाय में आशानुकूल स्थिति बनेगी। संत-समागम होगा।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
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