वृंदावन धाम से आचार्य श्री नीरज कुमार पाराशर जी से जानें 24/08/2024 दिन शनिवार का अपना दैनिक राशिफल

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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनांक:- 24/08/2024, शनिवार*
पंचमी, कृष्ण पक्ष,
भाद्रपद
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि———–पंचमी 07:51:18 तक
तिथि—— षष्ठी 29:30:07(क्षय )
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र——— अश्विनी 18:04:43
योग————– गण्ड 06:07:09
योग————- वृद्वि 27:05:21
करण———- तैतुल 07:51:18
करण————- गर 18:37:12
करण———– वणिज 29:30:07
वार———————- शनिवार
माह——————— भाद्रपद
चन्द्र राशि—————— मेष
सूर्य राशि——————- सिंह
रितु————————- शरद
आयन—————- दक्षिणायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) ————–कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————- 2080
शक संवत—————– 1946
कलि संवत—————– 5125

वृन्दावन
सूर्योदय————— 05:55:35
सूर्यास्त————— 18:46:53
दिन काल————- 12:51:17
रात्री काल————- 11:09:11
चंद्रास्त—————- 10:39:05
चंद्रोदय—————- 21:53:32

लग्न—- सिंह 7°9′ , 127°9′

सूर्य नक्षत्र——————– मघा
चन्द्र नक्षत्र—————- अश्विनी
नक्षत्र पाया——————- स्वर्ण

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

चे—- अश्विनी 06:55:43

चो—- अश्विनी 12:29:23

ला—- अश्विनी 18:04:43

ली—- भरणी 23:41:48

लू—- भरणी 29:20:41

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= सिंह 07°05, मघा 3 मू
चन्द्र= मेष 06°30 , अश्वनी 2 चे
बुध =कर्क(व०)28°53′ मघा 4 डो
शु क्र= सिंह 29°05, उ o फाo’ 1 टे
मंगल=वृषभ 28°30 ‘ मृगाशीर्षा’ 2 वो
गुरु=वृषभ 23°30 मृगशिरा , 1 वे
शनि=कुम्भ 23°10 ‘ पू o भा o ,1 से
राहू=(व) मीन 14°15 उo भा o, 4 ञ
केतु= (व)कन्या 14°15 हस्त 2 ष

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 09:08 – 10:45 अशुभ
यम घंटा 13:58 – 15:34 अशुभ
गुली काल 05:56 – 07: 32अशुभ
अभिजित 11:56 – 12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 07:38 – 08:30 अशुभ
वर्ज्यम 14:21 – 15:50 अशुभ
प्रदोष 18:47 – 21:02 शुभ

🚩गंड मूल 05:56 – 18:05 अशुभ

💮चोघडिया, दिन
काल 05:56 – 07:32 अशुभ
शुभ 07:32 – 09:08 शुभ
रोग 09:08 – 10:45 अशुभ
उद्वेग 10:45 – 12:21 अशुभ
चर 12:21 – 13:58 शुभ
लाभ 13:58 – 15:34 शुभ
अमृत 15:34 – 17:10 शुभ
काल 17:10 – 18:47 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:47 – 20:11 शुभ
उद्वेग 20:11 – 21:34 अशुभ
शुभ 21:34 – 22:58 शुभ
अमृत 22:58 – 24:21* शुभ
चर 24:21* – 25:45* शुभ
रोग 25:45* – 27:09* अशुभ
काल 27:09* – 28:32* अशुभ
लाभ 28:32* – 29:56* शुभ

💮होरा, दिन
शनि 05:56 – 06:59
बृहस्पति 06:59 – 08:04
मंगल 08:04 – 09:08
सूर्य 09:08 – 10:13
शुक्र 10:13 – 11:17
बुध 11:17 – 12:21
चन्द्र 12:21 – 13:26
शनि 13:26 – 14:30
बृहस्पति 14:30 – 15:34
मंगल 15:34 – 16:38
सूर्य 16:38 – 17:43
शुक्र 17:43 – 18:47

🚩होरा, रात
बुध 18:47 – 19:43
चन्द्र 19:43 – 20:38
शनि 20:38 – 21:34
बृहस्पति 21:34 – 22:30
मंगल 22:30 – 23:26
सूर्य 23:26 – 24:21
शुक्र 24:21* – 25:17
बुध 25:17* – 26:13
चन्द्र 26:13* – 27:09
शनि 27:09* – 28:05
बृहस्पति 28:05* – 29:00
मंगल 29:00* – 29:56

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

सिंह > 04:26 से 06:48 तक
कन्या > 06:48 से 08:58 तक
तुला > 08:58 से 11: 10 तक
वृश्चिक > 11:10 से 13:32 तक
धनु > 13:32 से 15:38 तक
मकर > 15:38 से 18:30 तक
कुम्भ > 18:30 से 18:58 तक
मीन > 18:58 से 20:26 तक
मेष > 20:26 से 21:58 तक
वृषभ > 21:58 से 00:12 तक
मिथुन > 00:12 से 02:14 तक
कर्क > 02:14 से 04:30 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 5 + 7 + 1 = 28 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

गुरु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

20 + 20 + 5 = 45 ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

रात्रि 29:30 से प्रारम्भ

स्वर्ग लोक = शुभ कारक

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*हल चंदन षष्ठी व्रत

*षष्ठीक्षय

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

गम्यते यदि मॄगन्द्रमन्दिरं
लभ्यते करिकपीलमौक्तिकम् ।
जम्बुकालयगते च प्राप्यते
वस्तुपुच्छखरचर्मखण्डनम् ।।
।। चा o नी o।।

एक अनपढ़ आदमी की जिंदगी किसी कुत्ते की पूछ की तरह बेकार है. उससे ना उसकी इज्जत ही ढकती है और ना ही कीड़े मक्खियों को भागने के काम आती है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: राजविद्याराज ह्य योग अo-09

सततं कीर्तयन्तो मां यतन्तश्च दृढ़व्रताः ।,
नमस्यन्तश्च मां भक्त्या नित्ययुक्ता उपासते ॥,

वे दृढ़ निश्चय वाले भक्तजन निरंतर मेरे नाम और गुणों का कीर्तन करते हुए तथा मेरी प्राप्ति के लिए यत्न करते हुए और मुझको बार-बार प्रणाम करते हुए सदा मेरे ध्यान में युक्त होकर अनन्य प्रेम से मेरी उपासना करते हैं॥,14॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। अपने प्रयासों से उन्नति पथ प्रशस्त करेंगे। बुद्धि चातुर्य से कठिन कार्य भी आसानी से बनेंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। व्यर्थ समय नष्ट न करें। रुका पैसा मिलेगा। मेहमानों का आवागमन होगा। व्यय होगा।

🐂वृष
मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। दूर रहने वाले व्यक्तियों से संपर्क के कारण लाभ हो सकता है। नई योजनाओं का सूत्रपात होने के योग हैं। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। व्यर्थ संदेह न करें।

👫मिथुन
किसी कार्य में प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से जुड़ने की प्रवृत्ति आपके लिए शुभ रहेगी। राज्यपक्ष से लाभ होगा। अपने काम से काम रखें। दांपत्य सुख प्राप्त होगा। बुरी खबर मिल सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। भागदौड़ रहेगी। आय में कमी होगी।

🦀कर्क
प्रसन्नता बनी रहेगी। नए कार्यों से जुड़ने का योग बनेगा। पारिवारिक जीवन सुखद नहीं रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। इच्छित लाभ होगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा हो सकती है। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे।

🐅सिंह
आय बढ़ेगी। मन में उत्साहपूर्ण विचारों के कारण समय सुखद व्यतीत होगा। मकान व जमीन संबंधी कार्य बनेंगे। अनायास धन लाभ के योग हैं। व्यापार में वांछित उन्नति होगी। बेरोजगारी दूर होगी। विवाद न करें। संपत्ति की खरीद-फरोख्त हो सकती है।

🙍‍♀️कन्या
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। अर्थ प्राप्ति के योग बनेंगे। विवादों से दूर रहना चाहिए। पिता से व्यापार में सहयोग मिल सकेगा। सरकारी मसले सुलझेंगे। सकारात्मक सोच बनेगी।

⚖️तुला
प्रयास अधिक करने पर भी उचित सफलता मिलने में संदेह है। कार्य में विलंब के भी योग हैं। आर्थिक हानि हो सकती है। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें, बाकी सामान्य रहेगा। पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण रहेगा।

🦂वृश्चिक
अध्यात्म में रुचि रहेगी। यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। रुके धन के लिए प्रयत्न जरूर करें। कार्य का विस्तार होगा। दूसरे के कार्यों में हस्तक्षेप से बचें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। विलासिता के प्रति रुझान बढ़ेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी।

🏹धनु
योजना फलीभूत होगी। नए अनुबंध होंगे। कष्ट होगा। पारिवारिक जिम्मेदारी बढ़ने से व्यस्तता बढ़ेगी। कार्य में नवीनता के भी योग हैं। संतान के व्यवहार से समाज में सम्मान बढ़ेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। कार्यस्थल पर परिवर्तन लाभ में वृद्धि करेगा।

🐊मकर
यात्रा, नौकरी व निवेश में लाभ के योग बन रहे हैं। डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। आय में वृद्धि होगी। प्रमाद न करें। आकस्मिक लाभ व निकटजनों की प्रगति से मन में प्रसन्नाता रहेगी। परिश्रम से स्वयं के कार्यों में भी शुभ परिणाम आएंगे। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।

🍯कुंभ
किसी शुभचिंतक से मेल-मुलाकात का हर्ष होगा। संतान की आजीविका संबंधी समस्या का हल निकलेगा। लापरवाही से काम न करें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। कुसंगति से हानि होगी। व्ययवृद्धि होगी। लेन-देन में सावधानी रखें, जोखिम न लें।

🐟मीन
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। परीक्षा आदि में सफलता मिलेगी। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। पारिवारिक कष्ट एवं समस्याओं का अंत संभव है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। आय से अधिक व्यय न करें। परोपकार में रुचि बढ़ेगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
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