वृंदावन धाम से आचार्य श्री नीरज कुमार पाराशर जी से जानें 04/09/2024 दिन बुधवार का अपना दैनिक राशिफल

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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनांक:- 04/09/2024, बुधवार*
प्रतिपदा, शुक्ल पक्ष,
भाद्रपद
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि——– प्रतिपदा 09:46:06 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र——— उo फाo 30:13:17
योग———– साध्य 20:01:22
करण————– बव 09:46:06
करण———- बालव 23:02:14
वार———————— बुधवार
माह——————— भाद्रपद
चन्द्र राशि——- सिंह 09:54:14
चन्द्र राशि—————— कन्या
सूर्य राशि—————— सिंह
रितु————————- शरद
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) ————–कालयुक्त
विक्रम संवत————— 2081
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1946
कलि संवत—————– 5125

वृन्दावन
सूर्योदय————— 06:00:44
सूर्यास्त————— 18:35:01
दिन काल————- 12:34:16
रात्री काल————- 11:26:10
चंद्रोदय—————- 06:51:12
चंद्रास्त—————- 19:21:46

लग्न—- सिंह 17°47′ , 137°47′

सूर्य नक्षत्र————पूर्वा फाल्गुनी
चन्द्र नक्षत्र——— उत्तरा फाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————- रजत

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

टे—- उत्तरा फाल्गुनी 09:54:14

टो—- उत्तरा फाल्गुनी 16:39:57

पा—- उत्तरा फाल्गुनी 23:26:21

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= सिंह 18°05, पू oफाo 2 टा
चन्द्र= सिंह 28°30 , उ o फा o 1 टे
बुध =कर्क 29°53′ अश्लेषा 4 डो
शु क्र= कन्या 12°05, हस्त’ 1 पू
मंगल=मिथुन 05°30 ‘ मृगाशीर्षा’ 4 की
गुरु=वृषभ 25°30 मृगशिरा , 1 वे
शनि=कुम्भ 22°00 ‘ पू o भा o ,1 से
राहू=(व) मीन 13°40 उo भा o, 4 ञ
केतु= (व)कन्या 13°40 हस्त 2 ष

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 12:18 – 13:52 अशुभ
यम घंटा 07:35 – 09:09 अशुभ
गुली काल 10:44 – 12: 18अशुभ
अभिजित 11:53 – 12:43 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:53 – 12:43 अशुभ
वर्ज्यम 11:15 – 13:03 अशुभ
प्रदोष 18:35 – 20:54 शुभ

💮चोघडिया, दिन
लाभ 06:01 – 07:35 शुभ
अमृत 07:35 – 09:09 शुभ
काल 09:09 – 10:44 अशुभ
शुभ 10:44 – 12:18 शुभ
रोग 12:18 – 13:52 अशुभ
उद्वेग 13:52 – 15:26 अशुभ
चर 15:26 – 17:01 शुभ
लाभ 17:01 – 18:35 शुभ

🚩चोघडिया, रात
उद्वेग 18:35 – 20:01 अशुभ
शुभ 20:01 – 21:27 शुभ
अमृत 21:27 – 22:52 शुभ
चर 22:52 – 24:18* शुभ
रोग 24:18* – 25:44* अशुभ
काल 25:44* – 27:10* अशुभ
लाभ 27:10* – 28:35* शुभ
उद्वेग 28:35* – 30:01* अशुभ

💮होरा, दिन
बुध 06:01 – 07:04
चन्द्र 07:04 – 08:06
शनि 08:06 – 09:09
बृहस्पति 09:09 – 10:12
मंगल 10:12 – 11:15
सूर्य 11:15 – 12:18
शुक्र 12:18 – 13:21
बुध 13:21 – 14:24
चन्द्र 14:24 – 15:26
शनि 15:26 – 16:29
बृहस्पति 16:29 – 17:32
मंगल 17:32 – 18:35

🚩होरा, रात
सूर्य 18:35 – 19:32
शुक्र 19:32 – 20:29
बुध 20:29 – 21:27
चन्द्र 21:27 – 22:24
शनि 22:24 – 23:21
बृहस्पति 23:21 – 24:18
मंगल 24:18* – 25:15
सूर्य 25:15* – 26:12
शुक्र 26:12* – 27:10
बुध 27:10* – 28:07
चन्द्र 28:07* – 29:04
शनि 29:04* – 30:01

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

सिंह > 03:42 से 06:04 तक
कन्या > 06:04 से 08:14 तक
तुला > 08:14 से 10: 26 तक
वृश्चिक > 10:26 से 12:48 तक
धनु > 12:52 से 14:58 तक
मकर > 14:58 से 17:50 तक
कुम्भ > 17:50 से 18:18 तक
मीन > 18:18 से 19:50 तक
मेष > 19:50 से 21:18 तक
वृषभ > 21:18 से 23:22 तक
मिथुन > 13:22 से 01:34 तक
कर्क > 01:34 से 03:50 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो पिस्ता अथवा पान खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
एल

*अलनैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

1 + 1 + 1 = 3 ÷ 4 = 3 शेष
पृथ्वी के कीलोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति एल 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

सूर्य ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

1+ 1 + 5 = 7÷ 7= 0 शेष

शमशान वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*चन्द्र दर्शन

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

नैव पश्यति जन्माधः कामान्धो नैव पश्यति ।
मदोन्मत्ता न पश्यन्ति अर्थी दोषं न पश्यति ।।
।। चा o नी o।।

जो जन्म से अंध है वो देख नहीं सकते. उसी तरह जो वासना के अधीन है वो भी देख नहीं सकते. अहंकारी व्यक्ति को कभी ऐसा नहीं लगता की वह कुछ बुरा कर रहा है. और जो पैसे के पीछे पड़े है उनको उनके कर्मो में कोई पाप दिखाई नहीं देता.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: राजविद्याराज ह्य योग अo-09

यान्ति देवव्रता देवान्पितृन्यान्ति पितृव्रताः ।,
भूतानि यान्ति भूतेज्या यान्ति मद्याजिनोऽपि माम्‌ ॥,

देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते हैं, पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं, भूतों को पूजने वाले भूतों को प्राप्त होते हैं और मेरा पूजन करने वाले भक्त मुझको ही प्राप्त होते हैं।, इसीलिए मेरे भक्तों का पुनर्जन्म नहीं होता (गीता अध्याय 8 श्लोक 16 में देखना चाहिए)॥,25॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
अचानक यात्रा के भी अच्छे फल मिलेंगे। शुभ समाचार प्राप्त होगा। आमदनी में वृद्धि होगी। प्रसिद्धि एवं सम्मान में इजाफा होगा। नौकरी में उन्नति के योग हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जोखिम न लें।

🐂वृष
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। किसी नए कार्य में भाग लेने के योग हैं। विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा। व्यापार में भागीदार सहयोग करेंगे। शत्रु परास्त होंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा।

👫मिथुन
आपका सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। लाभदायक सौदे होंगे। विपरीत परिस्थितियों का सफलता से सामना कर सकेंगे। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर होगी।

🦀कर्क
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी बाधा दूर होगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। कार्य में भागीदार सहयोग करेंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। दांपत्य जीवन में गलतफहमी आ सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी।

🐅सिंह
धनार्जन होगा। भागदौड़, बाधाओं व सतर्कता के बाद सफलता मिलेगी। पारिवारिक सुख, संतोष बढ़ेगा। उपहार मिलने के योग हैं। अधिक व्यय न करें। खर्चों में कमी करें। चोरी, चोट व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

🙍‍♀️कन्या
व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। परिवार एवं समाज में आपके कामों को महत्व एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। वाणी पर संयम आवश्यक है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।

⚖️तुला
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। शुभ समाचार मिलेंगे। आय बढ़ेगी। भोग-विलास में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। स्थायी संपत्ति के मामले उलझेंगे। कार्य में मित्रों की मदद मिलेगी। आर्थिक मनोबल बढ़ेगा। शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में सावधानी रखें।

🦂वृश्चिक
सुख के साधन जुटेंगे। रुका हुआ धन मिलेगा। अधूरे काम समय पर सफलता से होने पर उत्साह बढ़ेगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। नई योजना बनेगी।

🏹धनु
सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा रहेगा। चोट व रोग से हानि संभव है। कुसंगति से हानि होगी। विवाद न करें। फालतू खर्च बढ़ेंगे। आवास संबंधी समस्या का समाधान संभव है। आवेश में कोई कार्य नहीं करें।

🐊मकर
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक लाभ होगा। धन संबंधी कार्यों में विलंब से चिंता हो सकती है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। कार्य के विस्तार की योजना बनेगी। संत-समागम होगा। लेन-देन में सावधानी रखें। रोजगार मिलेगा।

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🍯कुंभ
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मसम्मान बढ़ेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। मेहमानों का आगमन होगा। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने काम से काम रखें। दूसरों के विश्वास में न आएं। परिवार में तनावपूर्ण माहौल रह सकता है।

🐟मीन
नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। कम प्रयास से काम बनेंगे। धनार्जन होगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। परिवार से संबंध घनिष्ठ होंगे। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। रुके धन की प्राप्ति में अड़चनें आएंगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09815015941

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