जालंधर 17 सितंबर (नीतू कपूर)- 177 दिनों बाद जेल से शर्तों पर बाहर आए केजरीवाल ने 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। उनके ऐलान करते ही अलग-अलग सियासी पार्टियां अपने-अपने तौर पर प्रतिक्रियाएं दे रही हैं। इसी बीच जालंधर से केंद्रीय महामंत्री इंजीनियर चंदन राखेजा ने भी तीखा रुख अपनाते हुए अपने तेवर दिखाए हैं। उन्होंने केजरीवाल के इस ऐलान को एक और सियासी ड्रामा करार दिया। चंदन ने कहा कि पूरी पार्टी ब्लैकफुट पर है और जनता को बेवकूफ बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। ऐसे में केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना का बयान भी जनता को गुमराह करने का एक और तरीका है, और दिल्ली चुनाव से पहले यह केवल एक सियासी तीर है जो उन्हें खुद ही आकर वापस लगेगा।
तेजतर्रार भाजपा नेता चंदन राखेजा ने तीखा हमला करते हुए कहा कि 177 दिन से केजरीवाल कहां थे और क्या तब उन्हें यह सब याद नहीं आया? और अभी भी 2 दिन बाद इस्तीफा देना एक मात्र सियासी ड्रामा है ताकि अपनी ही पार्टी के लोगों की सहानुभूति लेकर अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना सकें। चंदन ने कहा कि आपको यह जानकर हैरानी होगी कि केजरीवाल पहले जेल वाले मुख्यमंत्री बने हैं।
अब इस्तीफा देना उनकी मजबूरी बन गई है क्योंकि माननीय उच्च न्यायालय ने उन्हें जिन शर्तों पर जमानत दी है, उसमें एक शर्त यह भी है कि वह किसी फाइल पर साइन नहीं कर सकेंगे, मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं जा सकेंगे और न ही केस पर कोई बयान दे सकेंगे। तो दिल्ली चुनाव से पहले यह फैसला केवल मजबूरी में लिया गया है क्योंकि उन्हें रोने-धोने की पुरानी आदत है, और चुनाव में रोना-धोना चलता रहे ताकि दिल्ली की जनता को गुमराह करते रहें। क्योंकि मुख्यमंत्री रहते अदालत के फैसले के अनुसार वह यह सब नहीं कर सकते थे, जिसे दिल्ली की जनता भली-भांति जानती है और इसका जवाब दिल्ली की जनता इस बार दिल्ली चुनाव में भी आम आदमी पार्टी का सफाया करके दिखाएगी।