के.एम.वी. में डी.एस.टी. इंस्पायर कैंप के दूसरे दिन विद्वान अकादमिक ने उभरते वैज्ञानिकों को कियाज्ञान प्रदान

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जालंधर 15 अकतुबर (नीतू कपूर)- कन्या महा विद्यालय (स्वायत्त) ने डी.एस.टी. इंस्पायर इंटर्नशिप कैंप के दूसरे दिन को सफलतापूर्वक आयोजित किया, जिसमें विभिन्न स्कूलों के 166 छात्रों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। दिन की शुरुआत प्रसिद्ध विद्वान डॉ. फेलिक्स बास्ट (प्रोफेसर और प्रमुख, वनस्पति विभाग, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब, घुड़ा) के प्रेरक व्याख्यान से हुई, जिसका शीर्षक था “आइसबाउंड ओडिसी: क्वेस्ट फॉर इंस्पिरेशन एंड डिस्कवरी एट द डीप साउथ।” डॉ. बास्ट ने अपनी अंटार्कटिका यात्राओं से प्राप्त खोजों को साझा किया और छात्रों को विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में नई दिशाओं का अन्वेषण करने के लिए प्रेरित किया। दूसरे प्रसिद्ध विद्वान, डॉ. हिमिंदर भारती (प्रोफेसर, जूलॉजी और पर्यावरण विज्ञान विभाग, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला) ने “इवोल्यूशनरी बायोलॉजी: महत्त्व और प्रभाव” विषय पर गहन व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने पृथ्वी पर जैव विविधता और जीवन को समझने में विकासवादी अध्ययन की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया।

उनका सत्र छात्रों में जिज्ञासा को बढ़ाता है और इस विषय के प्रति उनकी सराहना को और गहरा करता है। इस दिन की गतिविधियों में प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. प्रताप कुमार पाटी (प्रोफेसर और प्रमुख, बायोटेक्नोलॉजी विभाग, गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर) का “बायोटेक्नोलॉजी कैटालिसिस: बायोडाइवर्सिटी को बायोइकोनॉमी के लिए बढ़ाना” विषय पर व्याख्यान भी शामिल था। डॉ. पाटी ने दिखाया कि बायोटेक्नोलॉजी में उन्नतियाँ जैव विविधता का उपयोग करके स्थायी आर्थिक विकास को कैसे संचालित कर सकती हैं, जिससे छात्रों को बायो-आधारित उद्योगों के भविष्य की एक झलक मिली। शाम के समय, छात्रों ने वीडियो-आधारित क्विज़, प्रयोगों और लिखित प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। छात्रों ने जूलॉजी की प्रयोगशालाओं और संग्रहालय का दौरा किया और तकनीकी अनुसंधान की शानदार प्रयोगशालाओं और उच्च-तकनीकी उपकरणों का निरीक्षण किया।

छात्रों ने त्रिकोणीय ध्रुवीकृत माइक्रोस्कोप के माध्यम से सूक्ष्मजैविक दुनिया की दिलचस्प झलक प्राप्त की और विभिन्न शारीरिक भागों का अध्ययन किया। उन्होंने संग्रहालय में मौजूद वैज्ञानिक नमूनों और क्रियात्मक मॉडलों का भी गहन अध्ययन किया। प्रिंसिपल प्रोफेसर अतिमा शर्मा द्विवेदी ने विद्वान अतिथियों का धन्यवाद किया कि उन्होंने छात्रों को इतनी विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह इंस्पायर कार्यक्रम आने वाले दिनों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति के विशेषज्ञों की कई प्रेरक प्रस्तुतियों को देखेगा।

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