कोमल स्वभाव एवं मृदु भाषी थीं श्रीमती संगीता गुप्ता
कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोए
ऐसी करनी कर चलो, हम हंसे जग रोए
जालंधर : समाज में ऐसी कई शख्सीयतें हैं जिनका मृदु स्वभाव उनकी पहचान बन जाता है और इन शख्सीयतों के नश्वर संसार से चले जाने के बाद भी इनकी अमिट यादें लोगों के दिलों में बसी रहती हैं। ऐसी ही शख्सीयत थीं पूर्व विधायक स्व. राजकुमार गुप्ता की पुत्रवधु एवं श्री सुदर्शन गुप्ता की पत्नी श्रीमती संगीता गुप्ता। 58 वर्षीया संगीता गुप्ता का शनिवार को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार हरनामदासपुरा स्थित श्मशानघाट में कर दिया गया। अंतिम संस्कार में सामाजिक, राजनीतिक समेत कई संगठनों के सदस्यों ने संगीता गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्मशानघाट में हर आंख नम थी और नम आंखों के साथ हर शख्स संगीता गुप्ता के मृदु स्वभाव को याद कर रहा था। 17 अगस्त 1964 को लुधियाना में श्रीमती कृष्णा देवी एवं श्रीकृष्ण कुमार के घर जन्मीं संगीता गुप्ता का बचपन से ही कोमल स्वभाव था। ग्रेजुएशन तक उन्होंने शिक्षा ग्रहण की। परिवार कपड़े के कारोबार से जुड़ा था। मायके में जिस कोमल स्वभाव के कारण श्रीमती संगीता रिश्तेदारों में सदैव प्रशंसा की पात्र रहीं उसी कोमल स्वभाव ने जालंधर में श्री सुदर्शन गुप्ता से शादी के बाद ससुराल में संगीता गुप्ता को सबका प्रिय बना दिया। गुप्ता परिवार राजनीति एवं कारोबार से जुड़ा है इसलिए घर परिवार में लोगों का आना जाना लगा रहता है लेकिन आज तक कभी किसी को बिना आवभगत के वापस नहीं जाना पड़ा। इसकी अहम वजह रहीं संगीता गुप्ता जिन्होंने छोटों को प्यार व बड़ों को सम्मान दिया। संगीता गुप्ता पूर्व पार्षद पवन गुप्ता की भाभी व वीकैंड रिपोर्ट के ब्यूरो चीफ वरूण गुप्ता की माता जी थी। संगीता गुप्ता का जाना गुप्ता परिवार के लिए अपूर्णाीय क्षति है।
दुख की घड़ी में वीकैंड रिपोर्ट परिवार गुप्ता परिवार के साथ
वीकैंड रिपोर्ट के मुख्य संपादक प्रदीप वर्मा ने कहा कि दुख की इस घड़ी में वीकैंड रिपोर्ट परिवार गुप्ता परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि परमपिता परमात्मा से प्रार्थना है कि वे संगीता गुप्ता को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
रस्म उठाला 27 सितंबर को
संगीता गुप्ता के पुत्र वरुण गुप्ता ने बताया कि माता जी की आत्मिक शांति के लिए रस्म उठाला 27 सितंबर को जेल रोड (जालंधर) स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर के न्यू हॉल में 1 से 2 बजे तक होगा।