
जालंधर (6 मई ) नीतू
स. गुरचरण सिंह मुलतानी बताया की विश्व पर्यावरण दिवस प्रकृति के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा आयोजित सबसे बड़े वार्षिक कार्यक्रमों में से एक है। संयुक्त राष्ट्र सभा ने 1972 में विश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना की, जो मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम सम्मेलन का पहला दिन था। 1974 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘केवल एक पृथ्वी’ थी। तब से, विभिन्न मेजबान देश इसे मना रहे हैं। विश्व पर्यावरण दिवस पहली बार 1974 में संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया गया था।
विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के पीछे की अवधारणा पर्यावरण के महत्व पर ध्यान केंद्रित करना और लोगों को यह याद दिलाना है कि प्रकृति को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। यह दिन दुनिया भर में पर्यावरण ने मानव जाति को दी गई हर चीज का सम्मान करने और स्वीकार करने और इसकी रक्षा करने की प्रतिज्ञा लेने के लिए मनाया जा रहा है।
उन्होने कहाँ की यदि आज हम पर्यावरण को नष्ट करेंगे तो कल हमारा कोई समाज नहीं होगा