98.05 प्रतिशत रहा सरकारी स्कूलों के बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों का नतीजा

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98.05 प्रतिशत रहा सरकारी स्कूलों के बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों का नतीजा

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लगातार तीसरे वर्ष निजी स्कूलों को पछाड़ा
शिक्षा सचिव ने स्कूल मुखियों, अध्यापकों और विद्यार्थियों को
शानदार सफलता के लिए दी बधाई।

एस.ए.एस. नगर 30 जुलाई ( पंजाब रिफ्लैक्शन)
कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्य मंत्री पंजाब की रहनुमाई और शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला के नेतृत्व में स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब के सरकारी स्कूलों ने लगातार तीसरे वर्ष पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से बारहवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं में निजी स्कूलों को पछाड़ दिया है जिसका सेहरा सरकारी स्कूलों के अध्यापकों सिर बंधता है। मार्च, 2021 की वार्षिक परीक्षाओं के घोषित नतीजो में सरकारी स्कूलों का नतीजा 98.05 प्रतिशत रहा जबकि निजी स्कूलों का 93.3 प्रतिशत के करीब रहा। सरकारी स्कूलों के 166184 विद्यार्थियों ने बारहवीं की कक्षा को पास किया है।
सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुमार आई.ए.एस. ने बधाई देते कहा कि इन नतीजों ने सरकारी स्कूलों के मुखियों और अध्यापकों में नया जोश भर दिया है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड का बारहवीं कक्षा का सरकारी स्कूलों का नतीजा 98.05 प्रतिशत रहा है जबकि बारहवीं कक्षा का समूचा नतीजा 96.48 प्रतिशत रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे इन वार्षिक परीक्षाओं के समय कोविड 19 के कारण ज्यादा समय विद्यार्थी स्कूल नहीं आ सके परन्तु स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से अध्यापकों और स्कूल मुखियों के प्रयासों की बदौलत विद्यार्थियों को लगातार आनलाइन साधनों के द्वारा पढ़ाई के साथ जोड़े रखा। उन्होंने जिक्र किया कि पंजाब सरकार की तरफ से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन दिए गए थे जिसका भरपूर लाभ विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई करने में हुआ है।
सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुमार ने समूह स्कूल मुखिया को बधाई देते कहा कि विद्यार्थियों को लाक -डाउन के दिनों में पढ़ाई के साथ जोड़ कर रखना एक चुनौती था जिस में सफलता पाने के लिए सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने ‘घर बैठे शिक्षा’ को सम्मुख रखते पंजाब एजूकेयर एप तैयार किया और इस के साथ विद्यार्थियों को घर बैठे ही ई -कंटैंट और अन्य सहायक सामग्री उपलब्ध करवाई गई। इस के साथ ही अध्यापकों की तरफ से डीडी पंजाबी पर भी लैक्चर लगा कर विद्यार्थियों को घर में ही क्लासरूम का महौल दिया। जिस समय स्कूल खुले थे तो उस समय अध्यापकों ने एक्सट्रा कक्षाएं लगा कर विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम करवाने के लिए लगन और मेहनत के साथ काम किया था। उन्होंने कहा कि इन शानदार नतीजो के साथ सरकारी स्कूलों के अध्यापकों और विद्यार्थियों में एक नया जोश पैदा हुआ है। भविष्य में इस प्राप्ति को सम्मुख रखते अध्यापकों की तरफ से विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए ओर भी ज्यादा मेहनत के साथ प्रयास किये जाएंगे।
पंजाब के मैरीटोरियस स्कूलों में से अपियर होने वाले विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 99.74 रही है। मैरीटोरियस स्कूलों के 4244 विद्यार्थियों में से 4233 विद्यार्थियों ने यह परीक्षा पास की है।
वर्णनीय है कि इन बोर्ड मार्च -2021 के वार्षिक नतीजों में जिला रूपनगर का नतीजा सब से अधिक 99.57 प्रतिशत रहा है।

सरकारी स्कूलों में से अपियर हुए बच्चों की संख्या भी ज्यादा है और पंजाब के सरकारी स्कूलों का नतीजा निजी स्कूलों से 4.75 प्रतिशत अधिक रहा है।
मार्च 2021 में बारहवीं कक्षा में से पास होने वाले सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की संख्या 166184 रही जबकि ऐफलीएटिड और आदर्श स्कूलों के विद्यार्थियों की संख्या 69652 और एसोसीएटिड स्कूलों के विद्यार्थियों की संख्या 14719 है। पंजाब के सरकारी स्कूलों का नतीजा निजी स्कूलों से 4.75 प्रतिशत अधिक रहा है।
साफ़ पता चलता है कि बारहवीं कक्षा में सरकारी स्कूलों में बच्चों का नतीजा भी बढ़िया है और अभिभावकों का सरकारी स्कूलों में विश्वास भी बरकरार है।

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