सिगमा अस्पताल की स्टाफ नर्स ने संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर की आत्महत्या ,अस्पताल के एक डाक्टर पर प्रताड़ित करने का आरोप ।

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जालंधर(हरीश शर्मा) 06 मार्च

जालंधर के स्थानीय कपूरथला चौक के पास स्थित सिगमा अस्पताल की स्टाफ नर्स ने संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान प्रिया उम्र 22 पुत्री सुरिंदर पाल वासी गांव अंबियां तोफा करतारपुर के रूप में हुई है।मृतका की मां ने बताया कि उसकी बड़ी बेटी मनीषा और प्रिया ने डेढ़ महीने पहले ही अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी शुरू की थी।

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मनीषा के जीएनएम के पेपर थे तो उसने कुछ दिनों पहले ही काम छोड़ दिया। शनिवार शाम करीब चार बजे उनकी बेटी से बात हुई थी। उसने कहा कि वह लेट हो गई है, कल सुबह आएगी। शनिवार को प्रिया का बर्थडे था, उसने छुट्टी के लिए आवेदन दिया था लेकिन अस्पताल ने शिफ्ट खत्म होने के बाद उसे आने नहीं दिया। मां परमजीत कौर ने अस्पताल प्रबंधन व पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी ने फंदा लगाया, उन्हें मौका दिखाए बिना डेडबॉडी उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी और अस्पताल के डॉक्टर ने चेक कर उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी के मुताबिक नर्स को अस्पताल का एक डाक्टर प्रताड़ित कर रहा था। यह सुसाइड हॉस्पिटल के बिल्कुल साथ स्थित नर्स होस्टल में हुआ है। अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि प्रिया को अस्पताल में किसी प्रकार की परेशानी नहीं थी। वहीं उसकी रूम मेट राजिंदर कौर वासी फतेहगढ़ साहिब व सीमा, जो पिछले दो सालों से अस्पताल में स्टाफ नर्स हैं, ने बताया कि प्रिया ने कभी किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया। वहीं एक अन्य रूममेट प्रभजोत कौर तीन दिन से छुट्टी पर है।प्रिया के चचेरे भाई लखबीर सिंह ने कहा कि उन्हें डॉक्टर और पुलिस ने बातों और बयानों में उलझाए रखा और बेटी का शव तक नहीं देखने दिया। इस संबंध में थाना दो के प्रभारी बलजिंदर सिंह ने बताया कि शव के पास कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। प्रिया का फोन कब्जे में ले लिया है और कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। फिलहाल मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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