सभी राजनीतिक पार्टियां हमेशा दलित समाज को अपने साथ जोड़ने की कोशिश करती रहती हैंः बेगमुपरा टाईगर फोर्स

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दलित समाज

दलित समाज को राजनीतिक पार्टियों ने कभी भी बनता आदर सम्मान नहीं दियाः बीरपाल, हैप्पी, सतीश

होशियारपुर 28 अक्तूबर (तरसेम दीवाना)- बेगमुपरा टाईगर फोर्स के चेयरमैन तरसेम दीवाना तथा राष्ट्रीय प्रधान धर्मपाल साहनेवाल के दिशा निर्देंशानुसार बेगमुपरा टाईगर फोर्स की एक मीटिंग फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष बीरपाल ठरोली की अध्यक्षता में फोर्स के मुख्य कार्यालय भगत नगर, नज़दीक माडल में हुई। मीटिंग में फोर्स के ज़िला प्रधान हैप्पी फतेहगढ़, सतीश कुमार शेरगढ़ सीनियर उप-प्रधान विशेष तौर पर उपस्थित हुये। मीटिंग को सम्बोधन करते हुये नेताओं ने कहा कि प्रदेश की सियासत शुरू से ही दलित समाज के इर्द गिर्द घूमती नज़र आ रही है तथा एक तरह से दलित नेताओं का प्रदेश की राजनीति में शुरू से ही पूरा दबदबा बना रहा है। नेताओं ने कहा कि दलित राजनीति के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये सभी राजनीतिक पार्टियों की हमेशा यही कोशिश रही है कि किसी न किसी तरीके के साथ दलित समाज को अपने साथ जोड़कर रखा जाये।

प्रदेश की आप सरकार ने विशेष तौर पर दलित नेताओं को मन्त्री मंडल में केवल शामिल ही नही किया

यही वजह है कि प्रदेश की आप सरकार ने विशेष तौर पर दलित नेताओं को मन्त्री मंडल में केवल शामिल ही नही किया बल्कि उनको अहम मंत्रालो की ज़िम्मेवारी सौंपकर अपने आप को दलितों के पक्ष में होने का दावा किया जबकि आप सरकार से पहले सत्ता पर काबज़ रही कांग्रेस तथा अकाली भाजपा गठजोड़ की सरकारें भी दलित नेताओं को मन्त्री मंडल में शामिल करती आ रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने साल 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमन्त्री बनाकर दलित समाज को साथ लेने के लिये एक बड़ा दाव खेला था पर उसमें सफल नही हो सकी। इससे पहले पूर्व मुख्य मन्त्री कैप्टन अमरिन्द्र सिंह की सरकार में भी साधु सिंह धर्मसोत, अरूणा चौधरी तथा चरणजीत सिंह चन्नी ऐसे चेहरे रहे थे जिनके बलबूते पर कांग्रेस दलित समाज को अपने साथ जोड़े रखने की कोशिश करती रही।

उधर दूसरी तरफ अकाली भाजपा गठजोड़ ने भी चरणजीत सिंह अटवाल को जहां विधान सभा के स्पीकर की बड़ी ज़िम्मेवारी सौंपी वहीं चुन्नी लाल भगत, गुलजार सिंह रणिके, सरवण सिंह फिलौर तथा सोहन सिंह ठंडल को भी मंत्री बनाकर दलितों के पक्ष में होने का प्रभाव छोड़ा था। उन्होंने अन्त में शासन तथा प्रशासन के ध्यान बात लाते हुये कहा कि बेगमुपरा टाईगर फोर्स एक रजिस्टर्ड जत्थेबन्दी है जिसका रजिस्ट्रेशन नम्बर 160 है। उन्होंने कहा कि बेगमुपरा टाईगर फोर्स में पिछले लम्बे समय से निकाले हुये लोग बेगमुपरा टाईगर फोर्स का गैर संविधानिक तौर पर नाम इस्तेमाल करके शासन तथा प्रशासन को धमका रहे हैं था बेगमुपरा टाईगर फोर्स का नाम इस्तेमाल करे लोगों को भी गुमराह कर रहे हैं।

उन्होंने शासन तथा प्रशासन को अपील की कि ऐसे लोगों पर तुरंत बनती कारवाई की जाये। उन्होंने यह भी बताया कि बेगमुपरा टाईगर फोर्स में से निकाले हुये लोगों पर तुरंत बनती कारवाई की जाये। उन्होंने यह भी बताया कि बेगमुपरा टाईगर फोर्स में से निकाले हुये लोगों पर हमने माननीय अदालत में केस भी किये हुये हैं। इस अवसर पर अन्यों के इलावा सन्नी सीणा, रवि सुन्दर नगर, डॉ. नतीश सैनी, राजकुमार बद्धण शेरगढ़, भिन्दा सीणा आदि उपस्थित थे।

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