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*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनांक:- 03/09/2024, मंगलवार*
अमावस्या, कृष्ण पक्ष,
भाद्रपद
“””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि——– अमावस्या 07:24:21 तक
पक्ष————————- कृष्ण
नक्षत्र——— पूoफाo 27:09:18
योग————- सिद्ध 19:03:48
करण———— नाग 07:24:21
करण——- किन्स्तुघ्न 20:33:13
वार——————— मंगलवार
माह———————- भाद्रपद
चन्द्र राशि—————— सिंह
सूर्य राशि—————— सिंह
रितु————————- शरद
आयन—————- दक्षिणायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)————- कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————– 2080
शक संवत—————— 1946
कलि संवत—————– 5125
वृन्दावन
सूर्योदय————— 06:00:16
सूर्यास्त————— 18:36:08
दिन काल————- 12:35:51
रात्री काल————- 11:24:35
चंद्रोदय—————- 06:19:28
चंद्रास्त—————- 18:55:06
लग्न—- सिंह 16°49′ , 136°49′
सूर्य नक्षत्र———— पूर्वा फाल्गुनी
चन्द्र नक्षत्र———– पूर्वा फाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
मो—- पूर्वा फाल्गुनी 07:00:01
टा—- पूर्वा फाल्गुनी 13:42:06
टी—- पूर्वा फाल्गुनी 20:25:13
टू—- पूर्वा फाल्गुनी 27:09:18
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= सिंह 16°05, पू oफाo 2 टा
चन्द्र= सिंह 16°30 , पू o फा o 1 मो
बुध =कर्क 29°53′ अश्लेषा 4 डो
शु क्र= कन्या 11°05, हस्त’ 1 पू
मंगल=मिथुन 04°30 ‘ मृगाशीर्षा’ 4 की
गुरु=वृषभ 24°30 मृगशिरा , 1 वे
शनि=कुम्भ 22°00 ‘ पू o भा o ,1 से
राहू=(व) मीन 13°40 उo भा o, 4 ञ
केतु= (व)कन्या 13°40 हस्त 2 ष
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 15:27 – 17:02 अशुभ
यम घंटा 09:09 – 10:44 अशुभ
गुली काल 12:18 – 13: 53अशुभ
अभिजित 11:53 – 12:43 शुभ
दूर मुहूर्त 08:31 – 09:22 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:10 – 24:00 अशुभ
वर्ज्यम 09:14 – 11:01 अशुभ
प्रदोष 18:36 – 20:55 शुभ
💮चोघडिया, दिन
रोग 06:00 – 07:35 अशुभ
उद्वेग 07:35 – 09:09 अशुभ
चर 09:09 – 10:44 शुभ
लाभ 10:44 – 12:18 शुभ
अमृत 12:18 – 13:53 शुभ
काल 13:53 – 15:27 अशुभ
शुभ 15:27 – 17:02 शुभ
रोग 17:02 – 18:36 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
काल 18:36 – 20:02 अशुभ
लाभ 20:02 – 21:27 शुभ
उद्वेग 21:27 – 22:53 अशुभ
शुभ 22:53 – 24:18* शुभ
अमृत 24:18* – 25:44* शुभ
चर 25:44* – 27:10* शुभ
रोग 27:10* – 28:35* अशुभ
काल 28:35* – 30:01* अशुभ
💮होरा, दिन
मंगल 06:00 – 07:03
सूर्य 07:03 – 08:06
शुक्र 08:06 – 09:09
बुध 09:09 – 10:12
चन्द्र 10:12 – 11:15
शनि 11:15 – 12:18
बृहस्पति 12:18 – 13:21
मंगल 13:21 – 14:24
सूर्य 14:24 – 15:27
शुक्र 15:27 – 16:30
बुध 16:30 – 17:33
चन्द्र 17:33 – 18:36
🚩होरा, रात
शनि 18:36 – 19:33
बृहस्पति 19:33 – 20:30
मंगल 20:30 – 21:27
सूर्य 21:27 – 22:24
शुक्र 22:24 – 23:21
बुध 23:21 – 24:18
चन्द्र 24:18* – 25:15
शनि 25:15* – 26:13
बृहस्पति 26:13* – 27:10
मंगल 27:10* – 28:07
सूर्य 28:07* – 29:04
शुक्र 29:04* – 30:01
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
सिंह > 03:46 से 06:08 तक
कन्या > 06:08 से 08:18 तक
तुला > 08:18 से 10: 30 तक
वृश्चिक > 10:30 से 12:52 तक
धनु > 12:52 से 14:58 तक
मकर > 14:58 से 17:50 तक
कुम्भ > 17:50 से 18:18 तक
मीन > 18:18 से 19:50 तक
मेष > 19:50 से 21:18 तक
वृषभ > 21:18 से 23:22 तक
मिथुन > 13:22 से 01:34 तक
कर्क > 01:34 से 03:50 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 15 + 3 + 1 = 34 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
सूर्य ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
30 + 30 + 5 = 65 ÷ 7 = 2 शेष
गौरी सन्निधौ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*भौमवती अमावस्या (देवकार्य)
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
कालः पचति भूतानि कालः संहरते प्रजाः ।
कालः सुप्तेषु जागर्ति कालो हि दुरतिक्रमः ।।
।। चा o नी o।।
काल सभी जीवो को निपुणता प्रदान करता है. वही सभी जीवो का संहार भी करता है. वह जागता रहता है जब सब सो जाते है. काल को कोई जीत नहीं सकता.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: राजविद्याराज ह्य योग अo-09
अहं हि सर्वयज्ञानां भोक्ता च प्रभुरेव च ।,
न तु मामभिजानन्ति तत्त्वेनातश्च्यवन्ति ते ॥,
क्योंकि संपूर्ण यज्ञों का भोक्ता और स्वामी भी मैं ही हूँ, परंतु वे मुझ परमेश्वर को तत्त्व से नहीं जानते, इसी से गिरते हैं अर्थात् पुनर्जन्म को प्राप्त होते हैं॥,24॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। खर्चों में वृद्धि से चिंता होगी। संतान के रोजगार की समस्या का समाधान संभव है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। कश्मकश दूर होगी। स्वजनों से भेंट होगी।
🐂वृष
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। थकान रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। पराक्रम बढ़ेगा। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं। कामकाज में आशानुरूप स्थिति बनेगी। संतान के व्यवहार पर नजर रखें।
👫मिथुन
बुरी खबर मिल सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। आपके व्यवहार एवं कार्यकुशलता से अधिकारी वर्ग से लाभ होगा। आपसी विचार-विमर्श लाभप्रद रहेगा।
🦀कर्क
योजना फलीभूत होगी। नए अनुबंध होंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी व भागदौड़ से काम करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाएं। अच्छे मित्र से भेंट होगी। पराक्रम की वृद्धि होगी। समाज-परिवार में आदर मिलेगा।
🐅सिंह
राजकीय सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ होगा। जोखिम बिलकुल न लें। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। व्यापार व नौकरी में हितकारकों की पूर्ण कृपा रहेगी। गृह उपयोगी वस्तुएं क्रय करेंगे। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें।
🙍♀️कन्या
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रुभय रहेगा। लाभ होगा। पिछले कार्यों को टालना चाहिए क्योंकि उसमें असफलता का योग है। अनावश्यक विवाद होगा। व्यावसायिक योजनाएं क्रियान्वित नहीं हो पाएंगी।
⚖️तुला
फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। कुसंगति से बचें। दूसरों पर भरोसा न करें। धैर्य रखें। पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा। रुका पैसा मिलेगा। शत्रु आपकी छवि को धूमिल करने का प्रयास करेंगे। अतः सावधान रहें। व्यापार में सफलता मिलेगा ।
🦂वृश्चिक
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार के विस्तार हेतु किए गए प्रयास सफल होंगे। संतान की ओर से अच्छे समाचार मिलेंगे। दूसरों के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करें। परिवार की चिंता रहेगी।
🏹धनु
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। वरिष्ठजनों का सहयोग मिलेगा। कोर्ट व कचहरी के काम बनेंगे। कार्यसिद्धि होगी। आय-व्यय में संतुलन रहेगा। क्रोध पर संयम आवश्यक है। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। धर्म में रुचि बढ़ेगी। नई योजना से लाभ होगा।
🐊मकर
रुका हुआ धन प्राप्त होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विवाद न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। पूँजी निवेश बढ़ेगा। साहित्यिक रुचि बढ़ेगी। आर्थिक योग शुभ हैं। यात्रा से व्यापारिक लाभ हो सकता है। सुसंगति से लाभ होगा।
🍯कुंभ
उत्साहवर्द्धक सूचना मिलेगी। स्वाभिमान बढ़ेगा। पुराने मित्र-संबंधी मिलेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विभिन्न बाधाओं से मन अशांत रहेगा। विवादों से दूर रहना चाहिए। आर्थिक तंगी रहेगी। पिछले कार्यों को टालें। पारिवारिक तनाव से मन परेशान रहेगा। व्यापार में हानि हो सकती है। जल्दबाजी व भागदौड़ से कार्य करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाएं।
🐟मीन
मेहनत का फल मिलेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। यात्रा सफल रहेगी। धनलाभ होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। वाहन सुख मिलेगा। संपत्ति के लेन-देन में सावधानी बरतें। परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। संतान पर ध्यान दें।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
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*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
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